दोस्तों गंगापुर सिटी हमारे राजस्थान की 18 सबसे बढ़ी सिटी है और सवाई माधोपुर की पहली सिटी है. गंगापुर सिटी राजस्थान की सबसे सम्मानीय सिटी है वैसे तो यह सिटी प्राचीन समय से ही लुभावन सिटी रही है . क्योंकि जयपुर के महाराजा भी गंगापुर सिटी 2 बार आये थे और गंगापुर सिटी की बहुत ज्यादा प्रसंसा की.और इस सिटी को इन्होने बहुत पसंद किया . उनका कहना था की अगर यह सिटी जयपुर में होती तो यह अब तक राजस्थान की सबसे भव्य सिटी होती .


दोस्तों हमारी सिटी बहुत ही ज्यादा राजस्थान में प्रसिद है इसका मुक्य करना है यहाँ की शिक्षा एवं यहाँ के लोग. दोस्तों गंगापुर सिटी को राजस्थान में ऐसा कोन है जो नही जानता गंगापुर सिटी को राजस्थान ही नही बल्कि पुरे भारत में लोग इसे अच्छी तरह से जानते है और आईटी वालो से पूछो मत क्योंकि इस शहर को हर आईटी वाला जानता है और जाने भी क्यों ना क्योंकि यहाँ के  हर साल हजारो बच्चे आईटी टॉप करते है और कई बार तो पुरे भारत को ही टॉप करते है. और दोस्तों सबसे बड़ी नोकरी की बात तो आप यह जान लो लगभग सारे इंडिया के डिपार्टमेंट में गंगापुर सिटी के लोग जॉब करते है. चाहे वो उच्च पोस्ट हो या निम्न.  और सबसे बड़ी बात तो में बताना ही भूल गया आपसे की यहाँ के बच्चे सबसे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते है और सबसे ज्यादा रेलवे जॉब्स गंगापुर ही देता है. और राजस्थान में कोटा के बाद दुसरे नो पर शिक्षा के क्षेत्र में आता है. तो यह हमारे लिए सबसे गर्व की बात है . की हम आज उस मुकाम तक पहुँच गये है जो सिटी हमसे पहले आगे था आज वो हमसे कई कदम पीछे है.


 अब दोस्तों बात कर लेते है गंगापुर सिटी के लोगो की शिक्षा की  तरह ही गंगापुर के लोग आल इंडिया में चर्चित  रहेते है. लकिन दुर्भाग्य की बात यह की हमारी सरकार गंगापुर के ऊपर थोडा कम ध्यान देती है .

गंगापुर सिटी का इतिहास

दोस्तों तो अब बात कर लेते है गंगापुर सिटी के इतिहास के बारे में. दोस्तों वैसे तो गंगापुर सिटी का इतिहास काफी पुराना है चलिए देखते है. दोस्तों राजा कुशलिराम हल्दिया ने गंगापुर की स्थापना की, मूल रूप से इसे कुशलगढ़ (हिंदी: कुशालगढ़) नाम दिया गया था। गंगापुर ने गंगाराम के कारण अपना वर्तमान नाम लिया जो कुशलिराम का भाई था। यह शहर के प्राचीन गंगा मंदिर के नाम पर भी जाना जाता है। पुराने दिनों में, गंगापुर शहर जयपुर राज्य की सांस्कृतिक राजधानी थी और इसे पूर्व के जुगाद के रूप में जाना जाता था। जयपुर महाराजा श्री सवाई मानसिंह प्रथम  के शासनकाल में श्री माधो गोविंद मंदिर (मध्ययुगीन अवधि राधा कृष्ण मंदिर) के मालिक और संस्थापक श्री जीमान लाल शुक्ला के सबसे उल्लेखनीय देशी थे। उनके क्रॉस कंट्री यात्रा में महर्षि दयानंद आर्य समाज को अपनी शिक्षाओं को पार करते हुए सरस्वती कई दिनों तक इस मंदिर में रहे। आज, गंगापुर मुख्य रूप से पश्चिम मध्य रेलवे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होने के लिए जाना जाता है।

गंगापुर सिटी की भौगोलिक जानकारी  

दोस्तों गंगापुर सिटी की भौगोलिक स्थिति बहुत ही बढ़िया है कारण यहाँ सबसे अधिक पेड़ पोधे होना दोस्तों गंगापुर सिटी में बहुत ही ज्यादा पेड़ एवं पोधे है. तो दोस्तों आईये जानते है गंगापुर सिटी की भौगोलिक स्तिथि के बारे में गंगापुर सिटी सवाई माधोपुर जिले में राजस्थान के पूर्वी हिस्से में स्थित है। यह एक उप-जिला और एक तहसील है। शहर का मापित क्षेत्र लगभग 12 किमी 2 है। यह सवाई माधोपुर में जिला मुख्यालय से 75 किमी और जयपुर राज्य की राजधानी से 144 किमी दूर स्थित है। शहर के नजदीक पर्वत श्रृंखला है, धुंधेश्वर एक झरना है जो शहर के दिल से लगभग 5 किमी दूर स्थित हरित पर्वत श्रृंखला का सम्मान करता है और यह शहर और आसपास के गांवों के लिए मनोरंजन स्थल के रूप में कार्य करता है

गंगापुर सिटी के कुल जनसंख्या 

भारत की 2011 की जनगणना ने गंगापुर को शहर के महू कलान शहर पर विचार करते हुए UA (शहरी समूह) के रूप में माना और इसे कक्षा 1 श्रेणी (100,000 और उससे अधिक की जनसंख्या) के तहत रखा  और जनसंख्या 130,061 है। गंगापुर शहर की आबादी 119,0 9 0 है। पुरुषों में 53% आबादी है और महिलाओं का 47% हिस्सा है।      
      दोस्तों गंगापुर सिटी की साक्षरता दर बहुत ही बढ़िया है. पहले तो गंगापुर की साक्षरता दर इतनी अच्छी नही थे लकिन अभी कुछ सालो में गंगापुर सिटी साक्षरता दर में बहु ही ज्यादा बदलाव आया है. तो आयी जाने गंगापुर सिटी की साक्षरता दर के बारे में. गंगापुर की औसत साक्षरता दर 72.9% है, जिसमें से पुरुष साक्षरता दर 89.55% है और महिला साक्षरता दर 67.54% है। सभी उपरोक्त आंकड़े राष्ट्रीय औसत से अधिक हैं. तो दोस्तो यह हमें बहुत गर्व की बात है लेकिन और गर्व की बात जब होगी तब गंगापुर  सिटी एक राजस्थान का पूर्ण साक्षर होगा.         

गंगापुर सिटी का लिंग अनुपात

दोस्तों गंगापुर सिटी का लिंग अनुपात उतना अच्छा नही लेकिन आने वाले कुछ सालो में गंगापुर सिटी का लिंगानुपात बहुत ही बढ़िया हो जायेगा इस मुख्य कारण है यहाँ के शिक्षित लोग तो यह है गंगापुर सिटी का लिंग अनुपात 895 है और बाल लिंग अनुपात (आयु 0-6 वर्ष) 858 है।            

गंगापुर सिटी का धर्म

दोस्तों वैसे तो गंगापुर में सभी धर्मो के लोग निवास करते है लेकिन हम आपको कुछ टेबल बता रहे है जिनमे सभी धर्मो के लोग है
धर्मं कुल प्रतिशत
हिन्दू 85,635 71.91%
ईसाई 184 0.15%
बौद्ध 45 0.04%
जैन 1,163 0.98%
मुसलमानों 31,343 26.32%
सिख 91 0.08%
दूसरों 4 0 0.09 %
 

     गंगापुर सिटी की बेस्ट घुमने की जगह

दोस्तों वैसे तो गंगापुर  में ज्यादा घुमने की जगह नही है लेकिन जो कुछ है वह वहुत बढ़िया है दोस्तों आईये जाने लेते है गंगापुर के सबसे बढ़िया घुमने की जगह आप घूम सकते है

1 .धुंधेश्वर धुंधेश्वर शहर के दिल से लगभग 5 किमी दूर स्थित हरी सुंदर सुंदरता पर्वत श्रृंखला के बीच स्थित एक झरना है और यह शहर और आसपास के गांवों के लिए मनोरंजक स्थान के रूप में कार्य करता है।  
2. कल्याण जी मेला हर साल besakh शुक्ला puranmasi (हिंदू कैलेंडर तारीख) इस मेला आयोजित किया जाता है। यह मेला पन्द्रह दिनों के लिए आयोजित किया जाता है। यह शहर और आसपास के गांवों में सबसे प्रसिद्ध मेलों में से एक है जो हर मई में मनाया जाता है। यह सभी धर्मों के भाईचारे का एक अच्छा संकेत है कि विभिन्न धर्मों द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। यह बच्चों, वयस्कों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक सुखद मेला है। दोस्तों यह आर्टिकल पढने के लिए धन्यवाद दोस्तों अगर आप गंगापुरसिटी से है यह जानकारी अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे ताकि वे जिस जगह पर रह रहे है उसकी उन्हें जानकरी मिल जाये.
  आचार्य चाणक्य का कहना था की व्यक्ति जिस जगह पर रहे उसे उस जगह की सारी जानकरी रखनी                                    चाहिए ताकि मुसीबत में यह जानकारी उसके काम आये.